Typhoid In Hindi

टाइफाइड बुखार भारत में होने वाली आम समस्या है |यह एक संक्रामक रोग है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैलता है | टाइफाइड सेलमोनेला बैक्टीरिया द्वारा फैलने वाला रोग है यह दूषित पानी के प्रयोग से फैलता है |टाइफाइड का बुखार काफी तेज होता है हालांकि टाइफाइड एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाता है फिर भी इसे अच्छी तरह ठीक होने में 3 से 4 सप्ताह लग जाते हैं| यह बीमारी सफाई ना रखने की वजह से होता है इस बीमारी से बचने का सबसे आसान उपाय सफाई पर ध्यान देना है |
टाइफाइड में मरीज को बुखार 103 डिग्री से 104 डिग्री तक पहुंच जाता है |मरीज को दस्त, उल्टी, पेट दर्द, भूख न लगना, शरीर के जोड़ों में दर्द आदि परेशानियों का सामना करना पड़ता है वैसे तो एंटीबायोटिक दवाओं से टाइफाइड का इलाज बहुत जल्दी हो जाता है लेकिन अगर समय पर मरीज को इलाज ना मिले तो 4 में से 1 मरीज की मौत भी हो जाती है |आइए जानते हैं
टाइफाइड से बचने के घरेलू इलाज{Home remedies to avoid typhoid}
टाइफाइड के रोगी के लिए तुलसी

तुलसी के औषधीय गुणों के बारे में आप सभी जानते ही होंगे | तुलसी की पत्तियां बुखार को कम करने में हमारी काफी मदद करती है तुलसी की पांच से 5 से 6 पत्तों को साफ धोकर पानी में उबाल ले, उबलते पानी में थोड़ी अदरक भी डाल दे | पानी को छानकर गुनगुना करके ,काली मिर्च पाउडर डालकर यह पानी मरीज को पिलाएं, टाइफाइड के रोगी को बहुत ही जल्द आराम होगा | यह पानी शरीर में पहुंचे बैक्टीरिया को भी मारता है |
सेब का सिरका

सेब के सिरके में अम्लीय गुण होने के कारण यह एक काफी अच्छा और असरदार घरेलू उपाय है | टाइफाइड के रोगी को उल्टी, दस्त, पेट दर्द होने के कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है यह शरीर में पानी की आपूर्ति करता है और गर्मी को भी दूर करता है | सेब का सिरका आप रोगी को तेज बुखार में भी दे सकते हैं |
लहसुन का सेवन करें

लहसुन सभी प्रकार के बुखार के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है |टाइफाइड के रोगी का बुखार ठीक करने के लिए मरीज को इसका हर रोज सेवन करवाएं | लहसुन की 6- 7 कलियों को छीलकर बारीक बारीक काट लें फिर लहसुन को तिल के तेल में फ्राई करके मरीज को खिलाएं, स्वाद बढ़ाने के लिए हल्का सेंधा नमक या काला नमक भी डाल सकते हैं मरीज को बहुत जल्द आराम आएगा |
सिर पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें

टाइफाइड के रोगी का बुखार 103 डिग्री से 104 डिग्री तक पहुंच जाता है बुखार को कम करने के लिए मरीज के माथे पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें |एक बड़े बर्तन मे तीन से चार टुकड़े बर्फ के डालें ,उसमें सूती कपड़ा या कोई सूती रुमाल भिगोकर मरीज के माथे पर दिन में दो से तीन बार रखे , मरीज को बुखार में आराम आएगा |ध्यान रखें सिर पर रखी जाने वाली पट्टी और रुमाल धुला हुआ होना चाहिए |
लौंग का पानी

टाइफाइड के रोगी को उल्टी ,दस्त जी मिचलाना जैसी समस्या हो जाती है राहत पाने के लिए मरीज को सादा पानी की बजाएं, लौंग का पानी दे | लौंग का पानी बनाने के लिए सात से आठ लौंगों को लगभग 1 लीटर पानी में उबालें, पानी को 10 से 15 मिनट तक उबालकर रख लें, उल्टी के कारण मरीज को बार-बार प्यास लगती है और शरीर में पानी की कमी भी हो जाती है थोड़ी थोड़ी देर में मरीजों को पानी पिलाएं, मरीज की उल्टियां बंद होगी और काफी आराम मिलेगा |
बबूल की छाल

बबूल की छाल को कम से कम 2 लीटर पानी में उबालें, पानी को जब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए | पानी को उतारकर ठंडा कर लें फिर इस पानी में काली मिर्च डालकर मरीज को दिन में दो-तीन बार दें, मरीज का बुखार बहुत ही जल्द ठीक होगा इसके अलावा आप मरीज को गिलोय का रस भी पिला सकते हैं |
अदरक और पुदीने का काढ़ा

अदरक और पुदीने को एक गिलास पानी में उबाल लें, पानी को ठंडा करके पिए |इसे पीने के बाद घर पर ही आराम करें, बाहर ना निकले, मरीज को कुछ ही देर में आराम महसूस होगा |टाइफाइड के रोगी के लिए प्याज का रस भी बहुत ही फायदेमंद है |
केला खाएं

टाइफाइड की वजह से मरीज को दस्त की शिकायत हो जाती है दस्त को दूर करने के लिए केला रोगी के लिए बहुत ही लाभकारी है |यह शरीर की कमजोरी को दूर करता है और दस्त में भी आराम दिलाता है |
काली मिर्च और केसर

कुछ पत्तियां तुलसी की धोकर पीस लें, इसमें काली मिर्च पाउडर और कुछ लड़ी केसर की मिलाकर पेस्ट बना लें | यह पेस्ट दिन में दो बार खाएं, यह एक असरदार घरेलू नुस्खा है इससे मरीज को बहुत ही जल्द आराम मिलेगा |
पानी और शहद

टाइफाइड की वजह से मरीज का मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है मरीज को कुछ भी खाया पिया हजम नहीं होता जिससे कमजोरी, उल्टी, दस्त ,कब्ज, एसिडिटी की शिकायत रहती है प्रतिदिन मरीज को पानी में शहद मिलाकर पिलाएं |
टाइफाइड के रोगी के लिए डाइट चार्ट हिंदी में{Diet chart in Hindi for typhoid patient}
क्या खाएं
- बुखार होने पर मरीज हो जल्दी पच जाने वाला हल्का भोजन दें जैसे दलिया, खिचड़ी, साबूदाना., दाल, घीया तोरी आदि
- शरीर में पानी की कमी ना होने दें ,भरपूर मात्रा में रसदार फलों का सेवन करवाएं | नारियल पानी भी मरीज के लिए बहुत लाभकारी है
- टाइफाइड के रोगी को दही जरूर खानी चाहिए यह भूख को बढ़ाती है और जलन को कम करती है | दही की जगह आप लस्सी का भी प्रयोग कर सकते हैं | लस्सी में भुना हुआ जीरा जरूर डालें, यह पेट को ठीक रखता है और इससे मुंह का टेस्ट भी अच्छा रहता है |
- अगर दस्त की ज्यादा समस्या हो तो पानी में ग्लूकोस मिलाकर पिए, जिससे शरीर में पानी की कमी ना हो |
- मरीज के दैनिक आहार में पुदीने की चटनी जरूर शामिल करें |
- बुखार उतर जाने पर टाइफाइड के कारण आई कमजोरी को दूर करने के लिए मरीज को किशमिश, दाल ,दलिया, मुनक्का, मक्खन ,दूध और दही दें |
- टाइफाइड के रोगी को पपीता, चीकू, सेब, संतरे आदि फलों का सेवन करवाएं |
क्या ना खाएं
- मिर्च मसालों का सेवन कम करें|
- हाई कैलोरी वाली चीजें जैसे घी, मक्खन, ब्रेड या मैदे से बनी कोई भी चीज ना ले |
- जंक फूड से बचें |
- चाय कॉफी का सेवन बिलकुल न करें क्योंकि इनमें कैफीन की मात्रा अधिक होती है जो गैस, एसिडिटी की समस्या कर सकते हैं |
सावधानी
टाइफाइड सफाई पर ध्यान ना देने के कारण होता है इसलिए सफाई पर पूरा ध्यान दें | खाने पीने की चीजों को ढक कर रखें | शौचालय जाने के बाद हाथों को अच्छी तरह से डेटोल या किसी अच्छे साबुन से धोएं और, खाना खाने से पहले हाथों को धोएं |